शंघाई लिंगांग लैब में C180SE CO₂ इनक्यूबेटर
बायोमेडिकल और रीजेनरेटिव मेडिसिन रिसर्च में अग्रणी शंघाई लिंगांग प्रयोगशाला ने संवेदनशील सेल कल्चर में संदूषण जोखिम और पर्यावरणीय अस्थिरता को संबोधित करने के लिए C180SE 140°C हाई हीट स्टेरिलाइजेशन CO₂ इनक्यूबेटर को अपनाया। इनक्यूबेटर के 140°C स्टेरिलाइजेशन ने माइक्रोबियल बीजाणुओं और बायोफिल्म्स को खत्म कर दिया, जो स्टेम सेल थेरेपी और ऑर्गेनॉइड अध्ययनों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके सटीक गैस नियंत्रण (±0.1°C, ±0.1% CO₂) और आर्द्रता प्रबंधन ने हाइपोक्सिया-संवेदनशील प्रयोगों और दीर्घकालिक 3D ट्यूमर ऑर्गेनॉइड कल्चर के लिए स्थिरता सुनिश्चित की।
डॉ. ली वेई, प्रमुख वैज्ञानिक: "C180SE की 140°C स्टरलाइज़ेशन बेजोड़ है - इसने जिद्दी बीजाणुओं को खत्म कर दिया, जिससे IND-सक्षम अध्ययनों के लिए विश्वसनीयता सुनिश्चित हुई।"
इनक्यूबेटर अब जीन थेरेपी वेक्टर उत्पादन से लेकर क्लिनिकल परीक्षण सेल विस्तार तक उच्च-दांव वाली परियोजनाओं को आधार प्रदान करता है, जिससे ट्रांसलेशनल अनुसंधान को सुरक्षित और कुशलतापूर्वक आगे बढ़ाने में इसकी भूमिका मजबूत होती है।
पोस्ट करने का समय: मार्च-28-2025